निज संवाददाता जोनाई 10 नवंबर :-- सैनिक स्कूल्स एकेडमिक स्टाफ एसोसिएशन (एसएसएएसए ) ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ( एनसीपी...
निज संवाददाता जोनाई 10 नवंबर :--
सैनिक स्कूल्स एकेडमिक स्टाफ एसोसिएशन (एसएसएएसए ) ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ( एनसीपीसीआर ), केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई), रक्षा मंत्रालय (सैनिक स्कूल्स सोसायटी) तथा ईस्ट सियांग के पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर, सैनिक स्कूल ईस्ट सियांग (अरुणाचल प्रदेश) में शिक्षकों की गिरफ्तारी पर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
सैनिक स्कूल्स एकेडमिक स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष अभिनव पाण्डेय सैनिक स्कूल्स एकेडमिक स्टाफ एसोसिएशन (एसएसएएसए) ,ईमेल: ssacadassociation2022@gmail.com ने कहा कि शिक्षकों को “कर्तव्य की लापरवाही” के आरोप में अनुचित रूप से गिरफ्तार किया गया है, जबकि सैनिक स्कूल नियमावली 1997 के अनुसार हॉस्टल की सुरक्षा और प्रबंधन की जिम्मेदारी प्राचार्य, उप-प्राचार्य और प्रशासनिक अधिकारी की होती है — न कि शिक्षकों की।
एसएसएएसए ने बताया कि स्कूल में 379 कैडेटों के लिए केवल एक मैट्रन, एक अधीक्षक और तीन वार्ड ब्वॉय हैं। ऐसी स्थिति में शिक्षकों को जबरन रात्रिकालीन ड्यूटी दी जा रही है, जो एनसीपीसीआर और सीबीएसई के सुरक्षा मानकों का सीधा उल्लंघन है तथा शिक्षकों के अनुच्छेद 21 के तहत सम्मानपूर्वक जीवन और विश्राम के मौलिक अधिकार का हनन है।
एसोसिएशन ने कहा कि यह मामला प्रणालीगत विफलता और चुनिंदा कार्रवाई का उदाहरण है। श्री पाण्डेय ने पारदर्शी और निष्पक्ष जांच, गिरफ्तार शिक्षकों की तुरंत रिहाई, तथा सभी सैनिक स्कूलों में गैर-कानूनी गैर-शैक्षणिक ड्यूटी समाप्त करने की मांग की है।
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